उत्तर प्रदेश के किसानों को इन फसलों की खेती करने पर मिलेगी सरकार की तरफ से 50% सब्सिडी | इन किसानों को मिलेगा लाभ

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उत्तर प्रदेश के किसानों फसलों की खेती करने पर मिलेगी सरकार की तरफ से 50% सब्सिडी, सरकार द्वारा बढ़ाई गई कवरेज राशि: उत्तर प्रदेश सरकार अपने किसानों के लिए हमेशा कुछ ना कुछ खुशखबरी लाती ही रहती है तथा जिससे किसानों को अपनी आय बढ़ाने में मदद मिलती है

एवं वह आसानी से अपनी फसलों के लिए बीज तथा अन्य चीजों के लिए जुगाड़ कर पाते हैं। ‌ उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने किसानों को मिलने वाली सब्सिडी की राशि में बढ़ोतरी कर दी है जिस वजह से राज्य में मोटे अनाज की फसल को उगाने के लिए किसानों में प्रोत्साहन नजर आएगा।

उत्तर प्रदेश श्री अन्ना योजना की कवरेज राशि को बढ़ाया गया,अब किसानों को मिलेगी 50% सब्सिडी 

उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने यह ऐलान किया कि “अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष के तहत राज्य में मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए श्री अन्ना योजना की कवरेज राशि को बढ़ा दिया गया है जिसके तहत अब मोटे अनाज की खेती करने वाले किसानों को इस योजना के तहत 50% सब्सिडी प्राप्त होगी। 50% सब्सिडी के तहत राज्य सरकार द्वारा किसानों को मोटे अनाज या जायद बीज वितरित किए जाएंगे।

श्री अन्ना योजना के तहत 50% सब्सिडी के अधीन बीज वितरण के लिए हर ब्लॉक में बीज वितरण के लिए स्टॉल लगाए जाएंगे तथा किसान इस स्टाल के माध्यम से 50% मोटे अनाज के बीजों को प्राप्त कर सकते हैं तथा इसका खेती में इस्तेमाल कर राज्य में मोटे अनाज की फसलों को बढ़ावा देने की राह में अपना योगदान दे सकते हैं।‌

इसके अलावा यह जानकारी भी दी गई कि श्री अन्ना योजना के तहत 50% सब्सिडी के अधीन बीज वितरण करने के कारण राज्य में मोटे अनाज की खेती बढ़ गई है तथा वर्तमान में जायद फसलों का वर्तमान रकवा 9 लाख  हेक्टेयर बढ़ चुका है।

संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2023 को घोषित किया गया मोटा अनाज वर्ष

दरअसल संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2023 को मोटा अनाज वर्ष घोषित कर दिया गया है जिसके चलते विश्व भर में मोटे अनाज की खेती तथा मोटे अनाज के सेवन पर जोर दिया जा रहा है। ‌

केंद्र सरकार द्वारा राज्य में मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए श्री अन्ना योजना का गठन किया गया है जिसके तहत सरकार सब्सिडी के तहत बीज वितरण का कार्यक्रम शुरू करेगी तथा किसानों को मोटे अनाज की खेती करने तथा पुनः पारंपरिक खेती की ओर अग्रसर होने के लिए प्रेरित करेंगी।

संयुक्त राष्ट्र तथा भारत का मानना है कि मोटे अनाज खेती करने से देशभर में अनाज की कमी नहीं होगी तथा मोटे अनाज का सेवन करने से सभी को पोस्टिक आहार मिलेगा एवं स्वास्थ्य भी सही रहेगा।

ऐसे में मोटे अनाज जैसे बाजरा रागी तथा मक्का की खेती बढ़ने से इनकी मांग भी बढ़ेगी और इससे व्यापार में भी बढ़ोतरी होगी जिससे किसानों तथा आम जनता एवं सरकार को लाभ होगा। ‌ आने वाले समय में मोटे अनाज जैसे बाजरा रागी तथा मक्का के द्वारा ही फास्ट फूड का प्रोडक्शन शुरू होगा जिससे मोटे अनाज की बिक्री में काफी तेजी आएगी। ‌

यह भी पढ़ें: Uttarakhand Gaura Devi Kanyadhan Yojana Online Form 2023

यह भी पढ़ें: Ration Card Rule में हुआ बदलाव- सभी को मिलेगा फ्री में राशन । सरकार की बड़ी घोषणा इन सब को मिलेगा 2024 तक मुफ्त राशन

उत्तर प्रदेश सरकार अपने किसानों के लिए हमेशा कुछ ना कुछ खुशखबरी लाती ही रहती है तथा जिससे किसानों को अपनी आय बढ़ाने में मदद मिलती है

एवं वह आसानी से अपनी फसलों के लिए बीज तथा अन्य चीजों के लिए जुगाड़ कर पाते हैं। ‌ उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने किसानों को मिलने वाली सब्सिडी की राशि में बढ़ोतरी कर दी है

जिस वजह से राज्य में मोटे अनाज की फसल को उगाने के लिए किसानों में प्रोत्साहन नजर आएगा।

उत्तर प्रदेश श्री अन्ना योजना की कवरेज राशि को बढ़ाया गया,अब किसानों को मिलेगी 50% सब्सिडी 

उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने यह ऐलान किया कि “अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष के तहत राज्य में मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए श्री अन्ना योजना की कवरेज राशि को बढ़ा दिया गया है

जिसके तहत अब मोटे अनाज की खेती करने वाले किसानों को इस योजना के तहत 50% सब्सिडी प्राप्त होगी। 50% सब्सिडी के तहत राज्य सरकार द्वारा किसानों को मोटे अनाज या जायद बीज वितरित किए जाएंगे।

श्री अन्ना योजना के तहत 50% सब्सिडी के अधीन बीज वितरण के लिए हर ब्लॉक में बीज वितरण के लिए स्टॉल लगाए जाएंगे तथा किसान इस स्टाल के माध्यम से 50% मोटे अनाज के बीजों को प्राप्त कर सकते हैं तथा इसका खेती में इस्तेमाल कर राज्य में मोटे अनाज की फसलों को बढ़ावा देने की राह में अपना योगदान दे सकते हैं।‌

इसके अलावा यह जानकारी भी दी गई कि श्री अन्ना योजना के तहत 50% सब्सिडी के अधीन बीज वितरण करने के कारण राज्य में मोटे अनाज की खेती बढ़ गई है तथा वर्तमान में जायद फसलों का वर्तमान रकवा 9 लाख  हेक्टेयर बढ़ चुका है।

संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2023 को घोषित किया गया मोटा अनाज वर्ष

दरअसल संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2023 को मोटा अनाज वर्ष घोषित कर दिया गया है जिसके चलते विश्व भर में मोटे अनाज की खेती तथा मोटे अनाज के सेवन पर जोर दिया जा रहा है। ‌

केंद्र सरकार द्वारा राज्य में मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए श्री अन्ना योजना का गठन किया गया है जिसके तहत सरकार सब्सिडी के तहत बीज वितरण का कार्यक्रम शुरू करेगी तथा किसानों को मोटे अनाज की खेती करने तथा पुनः पारंपरिक खेती की ओर अग्रसर होने के लिए प्रेरित करेंगी।

संयुक्त राष्ट्र तथा भारत का मानना है कि मोटे अनाज खेती करने से देशभर में अनाज की कमी नहीं होगी तथा मोटे अनाज का सेवन करने से सभी को पोस्टिक आहार मिलेगा एवं स्वास्थ्य भी सही रहेगा। ऐसे में मोटे अनाज जैसे बाजरा रागी तथा मक्का की खेती बढ़ने से इनकी मांग भी बढ़ेगी और इससे व्यापार में भी बढ़ोतरी होगी जिससे किसानों तथा आम जनता एवं सरकार को लाभ होगा। ‌

आने वाले समय में मोटे अनाज जैसे बाजरा रागी तथा मक्का के द्वारा ही फास्ट फूड का प्रोडक्शन शुरू होगा जिससे मोटे अनाज की बिक्री में काफी तेजी आएगी। ‌

 

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