2027 के उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीतिक गलियारों में सरगर्मी तेज हो चुकी है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) और विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के बीच रस्साकशी शुरू हो चुकी है। इसी बीच एक बड़ा सवाल सामने आया है – क्या BJP अपना उपराष्ट्रपति बनाएगी? और यदि हाँ, तो क्या रामनाथ ठाकुर इसके प्रमुख दावेदार हैं? इस सवाल ने भारतीय राजनीति में नई चर्चा को जन्म दिया है।
भाजपा की रणनीति और NDA का समीकरण
BJP के पास है संख्याबल का फायदा
भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा और राज्यसभा में बहुमत का साथ मिला हुआ है। उपराष्ट्रपति का चुनाव सांसदों द्वारा किया जाता है, इसलिए NDA को स्वाभाविक रूप से लाभ मिलता है।
- NDA के पास लोकसभा में 290+ सांसद हैं
- राज्यसभा में सहयोगी दलों सहित बहुमत करीब आता है
- विपक्ष अभी भी बिखरा हुआ और एकमत नहीं है
रामनाथ ठाकुर: संभावित चेहरा?
रामनाथ ठाकुर, जो कि जनता दल (यूनाइटेड) के कद्दावर नेता और पूर्व राष्ट्रपति करमवीर ठाकुर के पुत्र हैं, को BJP के समर्थन से उपराष्ट्रपति पद के लिए आगे बढ़ाने की अटकलें जोरों पर थीं। परंतु अब खबरें यह संकेत दे रही हैं कि उनके नाम पर पार्टी ने विराम लगा दिया है।
नामों की सूची और संभावनाएं
किन-किन नामों पर विचार हुआ?
BJP और NDA द्वारा उपराष्ट्रपति पद के लिए जिन नामों पर विचार किया गया, उनमें प्रमुख हैं:
- रामनाथ ठाकुर – JDU नेता और अनुभवी राजनेता
- हर्षवर्धन शुक्ला – पार्टी के वरिष्ठ विचारक और सांसद
- जगदीप धनखड़ – वर्तमान उपराष्ट्रपति, जिनके दोबारा चयन की चर्चा
- डॉ. लता देशमुख – महिला चेहरा और सामाजिक कार्यकर्ता
- अनिरुद्ध सिंह तोमर – पूर्व राजनयिक और भाजपा समर्थक चेहरा
जातीय और क्षेत्रीय संतुलन पर फोकस
BJP की रणनीति हमेशा जातीय और क्षेत्रीय संतुलन को साधने की रही है। उपराष्ट्रपति का पद गैर-राजनीतिक होते हुए भी राजनीतिक संदेश देने का माध्यम बन गया है। इसलिए:
- पिछड़ा वर्ग (OBC) से चेहरा होना लाभदायक
- दक्षिण भारत से उम्मीदवार चुनकर क्षेत्रीय संतुलन
- महिला उम्मीदवार को तरजीह देकर महिला वोट बैंक मजबूत करना
रामनाथ ठाकुर के नाम पर विराम क्यों?
कारण 1: सहयोगी दलों की असहमति
JDU के अंदरखाने में ही रामनाथ ठाकुर को लेकर एकमत नहीं था। कई नेता उन्हें गैर-राजनीतिक और निष्क्रिय मानते रहे हैं। इसके अलावा कुछ NDA सहयोगी इस नाम पर सहमत नहीं थे।
कारण 2: भाजपा का अपना एजेंडा
BJP की अपनी रणनीति है कि वह पूर्ण रूप से भाजपा-समर्थक और पार्टी लाइन पर चलने वाले उम्मीदवार को आगे बढ़ाए। रामनाथ ठाकुर JDU से हैं, और इस पार्टी का BJP से रिश्ता स्थिर नहीं रहा है।
कारण 3: नया चेहरा लाना चाहती है BJP
2024 के लोकसभा चुनावों के बाद BJP अब अपने को नई पीढ़ी और नए नेतृत्व की पार्टी के रूप में पेश कर रही है। इसलिए वह एक ऐसा चेहरा लाना चाहती है जो पार्टी की विचारधारा को बेहतर तरीके से प्रकट करे।
विपक्ष की तैयारी और रणनीति
INDIA गठबंधन की मुश्किलें
विपक्षी गठबंधन INDIA की स्थिति अभी भी कमजोर और असमंजस में है:
- कई दलों में आपसी मतभेद
- उपराष्ट्रपति पद के लिए कोई सर्वसम्मति वाला चेहरा नहीं
- संख्याबल की भारी कमी
संभावित विपक्षी उम्मीदवार
कुछ विपक्षी नेताओं के नाम जो चर्चा में हैं:
- गोपालकृष्ण गांधी – पूर्व राज्यपाल और गांधी परिवार से नाता
- मल्लिकार्जुन खड़गे – कांग्रेस अध्यक्ष
- ममता बनर्जी समर्थित कोई बांग्ला चेहरा
हालांकि अभी तक किसी भी नाम पर सहमति नहीं बन सकी है।
उपराष्ट्रपति पद की संवैधानिक भूमिका
क्या करता है उपराष्ट्रपति?
भारतीय संविधान के अनुसार:
- उपराष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति होते हैं
- राष्ट्रपति के अनुपस्थित होने या मृत्यु की स्थिति में कार्यवाहक राष्ट्रपति बनते हैं
- यह पद नैतिक, सांविधानिक और राजनीतिक संतुलन का प्रतीक होता है
राजनीतिक दृष्टि से भूमिका
हाल के वर्षों में उपराष्ट्रपति का पद केवल प्रतीकात्मक नहीं रहा। जगदीप धनखड़ ने अपने कार्यकाल में राज्यसभा की कार्यवाही में कड़े निर्णय लेकर इसे सक्रिय बनाया है। BJP चाहती है कि अगला उपराष्ट्रपति भी पार्टी की नीति और विचारधारा का प्रतिनिधि हो।
BJP का अगला कदम क्या हो सकता है?
नए नाम की घोषणा जल्द
सूत्रों के अनुसार BJP जल्द ही एक नया चेहरा पेश करने वाली है। यह कोई युवा, सशक्त और भाजपा की विचारधारा से जुड़ा व्यक्ति हो सकता है।
जगदीप धनखड़ का दोबारा चयन?
हालांकि जगदीप धनखड़ ने पार्टी और सरकार की अच्छी सेवा की है, परंतु पार्टी की तरफ से कोई स्पष्ट संकेत नहीं आया है कि उन्हें फिर से नामित किया जाएगा।
निष्कर्ष
रामनाथ ठाकुर को लेकर चली आ रही अटकलों पर BJP ने फिलहाल विराम लगा दिया है। अब पार्टी किसी और, अधिक प्रभावी और अपने राजनीतिक एजेंडे से जुड़ाव रखने वाले उम्मीदवार की तलाश में है। उपराष्ट्रपति का चुनाव केवल संवैधानिक दायित्व नहीं बल्कि राजनीतिक सन्देश देने का बड़ा माध्यम बन गया है। ऐसे में BJP अपने निर्णय में कोई जल्दबाज़ी नहीं करना चाहती।
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पूछे जाने वाले प्रश्न
1. क्या रामनाथ ठाकुर BJP के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार होंगे?
नहीं, फिलहाल खबरों के अनुसार उनके नाम पर विचार रोक दिया गया है।
2. BJP किस तरह के उम्मीदवार को प्राथमिकता दे सकती है?
BJP एक ऐसा उम्मीदवार चाहती है जो उसकी विचारधारा से जुड़ा हो और राजनीतिक रूप से सक्रिय हो।
3. उपराष्ट्रपति का चुनाव कैसे होता है?
यह चुनाव संसद के दोनों सदनों के सांसदों द्वारा किया जाता है। इसका आयोजन चुनाव आयोग करता है।
4. क्या जगदीप धनखड़ फिर से उम्मीदवार हो सकते हैं?
संभावना है, लेकिन पार्टी की ओर से अभी तक इस पर कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है।
5. क्या विपक्ष का कोई उम्मीदवार सामने आया है?
अभी तक विपक्ष की ओर से कोई एक नाम सामने नहीं आया है, और वहां भी मतभेद हैं।